
शिव स्वयं प्रकृति के परिचायक; प्रकृति का दोहन विनाश को निमंत्रण देना
Editorial । Shiva who is the Nature Himself Now : यह सत्य है कि भगवान भोलेनाथ जिन्हें हम श्रद्धापूर्वक ‘महादेव’ कहते हैं, कैलाश पर्वत पर विराजते हैं। किंतु उनका स्वरूप केवल कैलाश तक सीमित नहीं है वे ही प्रकृति के परिचायक हैं। शिव ही आदि हैं, अनंत हैं ! शिव स्वयं संपूर्ण सृष्टि में व्याप्त…